Saturday, 23 May 2020

वैलनेस आयुर्वेदा

★पांच हजार वर्ष पहले सुश्रुत संहिता में संक्रमण के सम्बंध में दिए गए निर्देश कितने वैज्ञानिक है

 प्रसंङ्गादात्रसंस्पर्शान्नश्वासात् सहभोजनात् । सहशय्यासनाच्चापि वस्त्रमाल्यानुलेपनात् ॥
कुष्ठं ज्वरश्च शोषश्च नेत्राभिष्यन्द एव च ॥ औपसर्गिकरोगाशचसंक्रामन्ति नरान्नरम् ॥

★आयुर्वेद के महर्षि आचार्य सुश्रुत के अनुसार संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने या सम्बन्ध स्थापित करने से , संक्रमित व्यक्ति के निश्वास केसंपर्क में आने तथा एक ही बिस्तर परशयन करने से , संक्रमित व्यक्ति के साथ भोजन करने से , संक्रमित व्यक्ति के वस्त्र , आभूषण तथा सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करने से संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलते हैं ।

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